संज्ञा • ethnic cleansing | |
जातीय: idiomatic communal national personal racial | |
सफ़ाया: cleanup clean-up | |
जातीय सफ़ाया अंग्रेज़ी में
[ jatiya saphaya ]
जातीय सफ़ाया उदाहरण वाक्य
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- जातीय सफ़ाया) नामक शब्द सुनते आये हैं…
- जातीय सफ़ाया) नहीं कहा जाता… वारेन एण्डरसन को भागने में मदद करने वाले भी “मासूम” कहलाते हैं… यह सूची अनन्त है।
- जातीय सफ़ाया) नहीं कहा जाता… वारेन एण्डरसन को भागने में मदद करने वाले भी “मासूम” कहलाते हैं… यह सूची अनन्त है।
- जातीय सफ़ाया) नहीं कहा जाता… वारेन एण्डरसन को भागने में मदद करने वाले भी “मासूम” कहलाते हैं… यह सूची अनन्त है।
- जातीय सफ़ाया ” शुरु किया जाता है (उदाहरण भारत का कश्मीर), जबरिया मुस्लिम बनाना, अन्य धर्मों के धार्मिक स्थल तोड़ना, जजिया जैसा कोई अन्य कर वसूलना आदि किया जाता है, जैसे-
- तो जिस प्रकार कन्नूर और मलप्पुरम में संघ कार्यकर्ताओं की हत्याएं हुई, या कंधमाल में एक वयोवृद्ध स्वामीजी की हत्या हुई या फ़िर कश्मीर से जिस प्रकार हिन्दुओं का जातीय सफ़ाया किया गया, ऐसा कुछ होता है, जिसका दोष भी षडयंत्रपूर्वक ये सेकुलर उन्हीं के माथे पर ढोल देते हैं।
- इससे भी बुरी बात यह कि अमरीका तथा कुछ पश्चिमी सरकारें स्वयं को जातीय सफ़ाया करने वाले नस्लभेदियों के बचाव के लिए कटिबद्ध समझती हैं और ऐसी स्थिति में जब पवित्र मानवीय अंतरात्माएं ग़ज़्ज़ा में होने वाली बमबारी, अतिग्रहण, नरसंहार तथा त्रासदियों की निंदा कर रही हैं, ये उन अपराधियों का समर्थन कर रही हैं।
- नीचे दी गई लिंक पर जाईये और आपको पता चलेगा कि इस तरह से गोरों (इसे ईसाईयों पढ़ा जाये) ने गोआ से हिन्दुओं का जातीय सफ़ाया किया और गोआ की संस्कृति पर हथौड़े चलाये गये, एक समय “कोंकण की काशी” कही जाने वाली गोआ नगरी आज जुआरियों, सटोरियों, नशे के सौदागरों, हत्यारों, बिकिनियों और बाल-यौनशोषण का अड्डा बन चुकी है…
- इज़राइल ने फ़िलीस्तीन में जिस प्रकार का “ जातीय सफ़ाया अभियान ” चला रखा है उसे देखते हुए स्थिति बहुत नाज़ुक है … (“ जातीय सफ़ाया ”, यह शब्द सेकुलरों को बहुत प्रिय है, लेकिन सिर्फ़ मासूम मुस्लिमों के लिये, यह शब्द कश्मीर, पाकिस्तान, बांग्लादेश आदि में हिन्दुओं के लिये उपयोग करना वर्जित है) ।
- इज़राइल ने फ़िलीस्तीन में जिस प्रकार का “ जातीय सफ़ाया अभियान ” चला रखा है उसे देखते हुए स्थिति बहुत नाज़ुक है … (“ जातीय सफ़ाया ”, यह शब्द सेकुलरों को बहुत प्रिय है, लेकिन सिर्फ़ मासूम मुस्लिमों के लिये, यह शब्द कश्मीर, पाकिस्तान, बांग्लादेश आदि में हिन्दुओं के लिये उपयोग करना वर्जित है) ।